भगवान जब सिंह बने – नरसिंह की पूजा के पीछे की रहस्यमयी शक्ति और सच्चाई

भगवान जब सिंह बने – नरसिंह की पूजा के पीछे की रहस्यमयी शक्ति और सच्चाई
जब अन्याय हद से बढ़ जाए, जब अधर्म सिर उठाने लगे और जब भक्त पर अत्याचार हो तब भगवान किसी भी रूप में प्रकट हो सकते हैं। <br>नरसिंह अवतार इसी सत्य का प्रतीक है।
हिरण्यकश्यप के अत्याचारों से जब पूरी धरती कांपने लगी, तब एक छोटे से बालक प्रह्लाद की सच्ची भक्ति ने भगवान को सिंह का रूप लेने पर विवश कर दिया।
नर + सिंह = नरसिंह। यह रूप न मानव था, न पशु — बल्कि स्वयं धर्म की रक्षा के लिए प्रकट शक्ति थी।
नरसिंह की पूजा क्यों की जाती है?
नरसिंह सिर्फ हिरण्यकश्यप का वध करने नहीं आए थे, बल्कि वो हमें ये सिखाने आए थे कि सच्ची भक्ति में कैसी शक्ति होती है।
उनकी पूजा से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है, भय दूर होता है और आत्मबल बढ़ता है
नरसिंह पूजा का उद्देश्य:
बुरी शक्तियों से रक्षा
जीवन की बाधाओं को हटाना-
मानसिक तनाव, भय और रोगों से मुक्ति
आत्मविश्वास और साहस की प्राप्ति
नरसिंह की रहस्यमयी शक्ति
भगवान नरसिंह का रूप जितना क्रोध से भरा हुआ दिखता है, उतना ही वो भक्त के लिए कोमल और दयालु हैं
<br>उनकी आँखों की अग्नि पापियों को जलाती है और उनके हाथों का स्पर्श भक्त के जीवन को अमृत बना देता है।
इसलिए जब भी जीवन में डर, संकट या अन्याय महसूस हो, तो एक बार “ॐ नरसिंहाय नमः” बोलकर देखिए
आपका डर भाग जाएगा और आत्मबल लौट आएगा।
निष्कर्ष:
भगवान नरसिंह का रूप हमें सिखाता है कि धर्म की रक्षा के लिए भगवान खुद सिंह बन जाते हैं
यह सिर्फ एक पौराणिक कथा नहीं, बल्कि हमारे भीतर की शक्ति को जगाने वाली सच्चाई है।
**जय श्री नरसिंह देव**
भगवान जब सिंह बने – नरसिंह की पूजा के पीछे की रहस्यमयी शक्ति और सच्चाई
जब अन्याय हद से बढ़ जाए, जब अधर्म सिर उठाने लगे और जब भक्त पर अत्याचार हो तब भगवान किसी भी रूप में प्रकट हो सकते हैं। <br>नरसिंह अवतार इसी सत्य का प्रतीक है।
हिरण्यकश्यप के अत्याचारों से जब पूरी धरती कांपने लगी, तब एक छोटे से बालक प्रह्लाद की सच्ची भक्ति ने भगवान को सिंह का रूप लेने पर विवश कर दिया।
नर + सिंह = नरसिंह। यह रूप न मानव था, न पशु — बल्कि स्वयं धर्म की रक्षा के लिए प्रकट शक्ति थी।
नरसिंह की पूजा क्यों की जाती है?
नरसिंह सिर्फ हिरण्यकश्यप का वध करने नहीं आए थे, बल्कि वो हमें ये सिखाने आए थे कि सच्ची भक्ति में कैसी शक्ति होती है।
उनकी पूजा से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है, भय दूर होता है और आत्मबल बढ़ता है
नरसिंह पूजा का उद्देश्य:
बुरी शक्तियों से रक्षा
जीवन की बाधाओं को हटाना-
मानसिक तनाव, भय और रोगों से मुक्ति
आत्मविश्वास और साहस की प्राप्ति
नरसिंह की रहस्यमयी शक्ति
भगवान नरसिंह का रूप जितना क्रोध से भरा हुआ दिखता है, उतना ही वो भक्त के लिए कोमल और दयालु हैं
<br>उनकी आँखों की अग्नि पापियों को जलाती है और उनके हाथों का स्पर्श भक्त के जीवन को अमृत बना देता है।
इसलिए जब भी जीवन में डर, संकट या अन्याय महसूस हो, तो एक बार “ॐ नरसिंहाय नमः” बोलकर देखिए
आपका डर भाग जाएगा और आत्मबल लौट आएगा।
निष्कर्ष:
भगवान नरसिंह का रूप हमें सिखाता है कि धर्म की रक्षा के लिए भगवान खुद सिंह बन जाते हैं
यह सिर्फ एक पौराणिक कथा नहीं, बल्कि हमारे भीतर की शक्ति को जगाने वाली सच्चाई है।
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