सूर्य ग्रहण: आत्मचिंतन और प्रभु भक्ति का दिव्य अवसर (21 मई 2025)

सूर्य ग्रहण: आत्मचिंतन और प्रभु भक्ति का दिव्य अवसर (21 मई 2025)

सूर्य ग्रहण: आत्मचिंतन और प्रभु भक्ति का दिव्य अवसर (21 मई 2025) || ॐ आदित्याय नमः || 21 मई 2025, एक विशेष दिन… जब आकाश में सूर्य का तेज क्षीण होगा, और ब्रह्मांड का यह अद्भुत दृश्य हमें आत्मचिंतन का एक दुर्लभ अवसर देगा। ग्रहण केवल खगोलीय घटना नहीं है, यह एक आध्यात्मिक संकेत है।हमारे … Read moreसूर्य ग्रहण: आत्मचिंतन और प्रभु भक्ति का दिव्य अवसर (21 मई 2025)

“इस बड़े मंगल पर ये करना मत भूलना – वरना पछताओगे!”

"इस बड़े मंगल पर ये करना मत भूलना – वरना पछताओगे!"

“इस बड़े मंगल पर ये करना मत भूलना – वरना पछताओगे!” “बड़ा मंगल आ रहा है…हनुमान जी का वो विशेष दिन…जिस दिन आसमान भी झुक जाता है, और भक्तों की हर पुकार सीधी बजरंग बली के चरणों में पहुँचती है। लेकिन इस बार, एक बात मत भूल जाना…क्योंकि ये कोई आम मंगलवार नहीं है…ये है … Read more“इस बड़े मंगल पर ये करना मत भूलना – वरना पछताओगे!”

“हनुमान चालीसा – तुलसीदास की अमर भक्ति”

"हनुमान चालीसा – तुलसीदास की अमर भक्ति"

“हनुमान चालीसा – तुलसीदास की अमर भक्ति” “यह भारत भूमि… संतों, ऋषियों और भक्तों की भूमि रही है।यहां हर युग में ऐसे भक्त जन्मे, जिन्होंने प्रभु की भक्ति में अपना जीवन समर्पित कर दिया।ऐसे ही एक संत थे — गोस्वामी तुलसीदास।” “तुलसीदास… एक ऐसा नाम, जो राम भक्ति की आत्मा बन गया।वे न केवल रामचरितमानस … Read more“हनुमान चालीसा – तुलसीदास की अमर भक्ति”

“उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ और देवप्रयाग का दिव्य संगम”

"उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ और देवप्रयाग का दिव्य संगम"

“उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ और देवप्रयाग का दिव्य संगम” https://bhakti.org.in/उत्तराखंड-की-पवित्र-नदिय/ उत्तराखंड, जिसे देवभूमि कहा जाता है, न केवल अपने तीर्थ स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की नदियाँ भी दिव्यता और आध्यात्म का प्रतीक हैं। इन नदियों के जल में केवल पानी नहीं बहता, बल्कि यहाँ बहती है सदियों पुरानी आस्था, परंपरा और संस्कृति। … Read more“उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ और देवप्रयाग का दिव्य संगम”

उत्तराखंड का वो मंदिर, जहाँ मात्र दर्शन से मिट जाती है गरीबी

उत्तराखंड का वो मंदिर, जहाँ मात्र दर्शन से मिट जाती है गरीबी

उत्तराखंड का वो मंदिर, जहाँ मात्र दर्शन से मिट जाती है गरीबी   भारत के उत्तर में…हिमालय की गोद में बसा एक ऐसा मंदिर है,जो आज भी करोड़ों भक्तों के जीवन को बदल रहा है।एक ऐसा मंदिर…जहाँ सिर्फ दर्शन भर करने से गरीबी, दरिद्रता, और दुःख छू भी नहीं पाते। इस चमत्कारी मंदिर का नाम … Read moreउत्तराखंड का वो मंदिर, जहाँ मात्र दर्शन से मिट जाती है गरीबी

उत्तराखंड का रहस्यमयी गणेश मंदिर – जहां गणेश जी का टूटा हुआ दांत आज भी विद्यमान है!

उत्तराखंड का रहस्यमयी गणेश मंदिर – जहां गणेश जी का टूटा हुआ दांत आज भी विद्यमान है!

उत्तराखंड का रहस्यमयी गणेश मंदिर – जहां गणेश जी का टूटा हुआ दांत आज भी विद्यमान है! क्या आपने कभी ऐसा मंदिर देखा है जहां भगवान श्री गणेश का टूटा हुआ दांत और सुंदर आज भी मौजूद हो?यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि एक रहस्यमयी और चमत्कारी सत्य है, जो उत्तराखंड की पवित्र भूमि में छिपा … Read moreउत्तराखंड का रहस्यमयी गणेश मंदिर – जहां गणेश जी का टूटा हुआ दांत आज भी विद्यमान है!

“गरुड़ पुराण के अनुसार चुगली करने वाले की भयानक सजा”

"गरुड़ पुराण के अनुसार चुगली करने वाले की भयानक सजा"

“गरुड़ पुराण के अनुसार चुगली करने वाले की भयानक सजा” गरुड़ पुराण—वह दिव्य ग्रंथ जिसे स्वयं भगवान विष्णु ने गरुड़ जी को सुनाया। इसमें मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा, कर्मों का लेखा-जोखा, और यमलोक की भयानक सच्चाई का विस्तार से वर्णन है। ## गरुड़ पुराण में चुगली की सजा क्या है? इस पुराण में … Read more“गरुड़ पुराण के अनुसार चुगली करने वाले की भयानक सजा”

“भक्ति में छिपी वह शक्ति जो असंभव को भी संभव बना दे”

"भक्ति में छिपी वह शक्ति जो असंभव को भी संभव बना दे"

“भक्ति में छिपी वह शक्ति जो असंभव को भी संभव बना दे” जानिए भक्ति में कितनी शक्ति है, कैसे यह जीवन बदल सकती है और ईश्वर को भी आकर्षित कर सकती है। भक्ति—सिर्फ एक भावना नहीं, बल्कि आत्मा की पुकार है। यह वह शक्ति है जो मनुष्य को उसके सांसारिक बंधनों से ऊपर उठाकर ईश्वर … Read more“भक्ति में छिपी वह शक्ति जो असंभव को भी संभव बना दे”

वर्तमान संघर्ष और शांति की पुकार: आइए भक्ति के मार्ग पर लौटें

वर्तमान संघर्ष और शांति की पुकार: आइए भक्ति के मार्ग पर लौटें

इस समय भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है। सीमा पर असुरक्षा है, और लोगों के दिलों में चिंता, गुस्सा और भय का मिश्रण साफ़ दिखाई देता है। ऐसे समय में अक्सर हमारे मन में सवाल उठता है — “आख़िर कब तक यह संघर्ष यूँ ही चलता रहेगा?” लेकिन शायद यह भी एक … Read moreवर्तमान संघर्ष और शांति की पुकार: आइए भक्ति के मार्ग पर लौटें

“जब आएगा कल्कि अवतार भगवान विष्णु का अंतिम अवतार कल्कि अवतार की भविष्यवाणी”

"जब आएगा कल्कि अवतार | भगवान विष्णु का अंतिम अवतार | कल्कि अवतार की भविष्यवाणी"

जब-जब इस पृथ्वी पर अधर्म बढ़ा है,जब-जब पाप ने धर्म को दबाया है,जब-जब सज्जन दुखी हुए हैं और असुरों ने आकाश तक हाहाकार फैलाया है,तब-तब भगवान ने लिया है अवतार।   त्रेता में राम के रूप में,द्वापर में कृष्ण के रूप में,और अब…कलियुग में, जब अंधकार अपने चरम पर होगा,तब आएंगे भगवान विष्णु के अंतिम … Read more“जब आएगा कल्कि अवतार भगवान विष्णु का अंतिम अवतार कल्कि अवतार की भविष्यवाणी”

“शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं और क्या फल प्राप्त होता है?”

"शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं और क्या फल प्राप्त होता है?"

“ॐ नमः शिवाय…” जब भक्त सच्चे मन से महादेव की पूजा करता है, तब उसके सारे दुःख कटने लगते हैं।शिवलिंग पर चढ़ाया गया हर पदार्थ कोई साधारण वस्तु नहीं होती – वो एक माध्यम होता है, जिससे हमारा भाव प्रभु तक पहुँचता है।तो आइए जानते हैं, शिवलिंग पर क्या चढ़ाने से क्या फल प्राप्त होता … Read more“शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं और क्या फल प्राप्त होता है?”

गर्भगृह में पर्दा क्यों डाला जाता है? जानिए इसका गहरा रहस्य”

गर्भगृह में पर्दा क्यों डाला जाता है? जानिए इसका गहरा रहस्य"

जब रात की नीरवता धरती पर उतरती है, जब आकाश चाँदनी की चादर ओढ़ लेता है… तब मंदिरों में एक विशेष दृश्य देखने को मिलता है।गर्भगृह — जहाँ भगवान स्वयं विराजते हैं — वहाँ एक सुंदर, सादा लेकिन भावों से भरा पर्दा गिरा दिया जाता है। पर सवाल यह उठता है…आख़िर ये पर्दा क्यों डाला … Read moreगर्भगृह में पर्दा क्यों डाला जाता है? जानिए इसका गहरा रहस्य”

गरुड़ पुराण के अनुसार आत्महत्या के परिणाम:

गरुड़ पुराण के अनुसार आत्महत्या के परिणाम:

1. भयानक नरक में पतन:जो व्यक्ति आत्महत्या करता है, उसे मृत्यु के बाद सीधे नरक की यातनाएँ सहनी पड़ती हैं। उसे अन्धतमिस्र, रौरव, या महाराौरव जैसे अत्यंत पीड़ादायक नरकों में भेजा जाता है। 2. बार-बार वही मृत्यु सहना:आत्महत्या करने वाला जीव अगले जन्मों में भी उसी प्रकार की मृत्यु को बार-बार सहता है, जिस प्रकार … Read moreगरुड़ पुराण के अनुसार आत्महत्या के परिणाम:

माँ कामाख्या देवी: अद्भुत शक्ति का रहस्यमयी धाम

माँ कामाख्या देवी: अद्भुत शक्ति का रहस्यमयी धाम

जय माँ कामाख्या देवी! भारत के उत्तर-पूर्वी प्रदेश असम के नीलांचल पर्वत पर स्थित है एक चमत्कारी शक्तिपीठ — माँ कामाख्या का मंदिर। यह स्थान केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि शक्ति, साधना और रहस्य का जीवित प्रमाण है। माँ कामाख्या, आदि शक्ति सती का ही वह स्वरूप हैं, जिनके प्रतीकस्वरूप योनि अंग यहाँ प्रतिष्ठित … Read moreमाँ कामाख्या देवी: अद्भुत शक्ति का रहस्यमयी धाम

भक्ति क्या है? एक आत्मिक यात्रा की शुरुआत

भक्ति क्या है? एक आत्मिक यात्रा की शुरुआत

जब मनुष्य जीवन के झंझावातों से थककर शांति की खोज करता है, तो वह भक्ति की ओर बढ़ता है। भक्ति केवल एक भावना नहीं, बल्कि आत्मा और परमात्मा के बीच का प्रेममय सेतु है। यह वह राह है जहाँ अहंकार समाप्त होता है और समर्पण आरंभ होता है। भक्ति का स्वरूप: भक्ति के अनेक रूप … Read moreभक्ति क्या है? एक आत्मिक यात्रा की शुरुआत

“जब भगवान शिव ने भूकंप के पीछे छिपे सत्य को प्रकट किया”

"जब भगवान शिव ने भूकंप के पीछे छिपे सत्य को प्रकट किया"

प्राचीन काल की बात है। हिमालय की गोद में स्थित कैलाश पर्वत — जहाँ स्वयं भगवान शिव ध्यानमग्न रहते हैं। वहां की शांति अपूर्व थी। ऋषि-मुनि, सिद्ध, और देवता तक वहाँ तपस्या करने आते, परंतु शिव के धैर्य और ध्यान में कोई विघ्न न डालता।उसी समय लंका में रावण राज करता था — परम शिवभक्त। … Read more“जब भगवान शिव ने भूकंप के पीछे छिपे सत्य को प्रकट किया”

हरि नाम की महिमा – क्यों केवल नाम ही काफी है?

हरि नाम की महिमा – क्यों केवल नाम ही काफी है?

“जब जीवन में सब कुछ छिन जाए, तब केवल भगवान का नाम ही ऐसा होता है जो कभी साथ नहीं छोड़ता।”हरि नाम  यह केवल दो-चार अक्षरों का उच्चारण नहीं, बल्कि ब्रह्मांड की सबसे पवित्र ध्वनि है। एक ऐसा नाम जो आत्मा को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। 1. नाम जप की शक्ति … Read moreहरि नाम की महिमा – क्यों केवल नाम ही काफी है?

एक साधक की राम भक्ति ने कैसे उसकी ज़िंदगी बदल दी

एक साधक की राम भक्ति ने कैसे उसकी ज़िंदगी बदल दी

जीवन जब दिशाहीन हो जाए, तब केवल एक नाम सहारा बनता है — राम। यह कहानी है एक ऐसे साधक की, जिसकी ज़िंदगी भटकाव, पीड़ा और अंधेरे से भरी हुई थी। पर एक दिन राम नाम उसके जीवन का दीपक बन गया। भटकते हुए जीवन की शुरुआत राहुल  एक सामान्य युवक था। दुनियावी दौड़ में … Read moreएक साधक की राम भक्ति ने कैसे उसकी ज़िंदगी बदल दी

“समुद्र में डूबी द्वारका – आखिरकार मिल ही गई भगवान श्रीकृष्ण की नगरी!

"समुद्र में डूबी द्वारका – आखिरकार मिल ही गई भगवान श्रीकृष्ण की नगरी!

क्या आपने कभी सोचा है… वो नगरी जो स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने बसाई थी… क्या वह सचमुच अस्तित्व में थी? क्या द्वारका, समुद्र की गहराइयों में लुप्त हो चुकी एक दिव्य नगरी है… या ये सिर्फ एक पौराणिक कथा थी? लेकिन अब… जो खोज हुई है, वो आपके विश्वास को और भी गहरा कर देगी… … Read more“समुद्र में डूबी द्वारका – आखिरकार मिल ही गई भगवान श्रीकृष्ण की नगरी!

बैसाखी: खुशहाली, आस्था और एकता का पर्व

बैसाखी: खुशहाली, आस्था और एकता का पर्व

  बैसाखी का कृषि महत्व बैसाखी का पर्व किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नए फसलों की कटाई का समय होता है। इस दिन किसानों को अपनी मेहनत का फल मिलता है और वे अपनी फसलों की खुशहाली के लिए भगवान का धन्यवाद करते हैं। विशेष रूप से रबी फसलों की कटाई इस … Read moreबैसाखी: खुशहाली, आस्था और एकता का पर्व

“क्या होता है मरने के बाद? क्यों नहीं छोड़ते मृत शरीर को अकेला ?

“जब कोई अपना हमें छोड़कर चला जाता है, तो एक परंपरा हम सभी निभाते हैं — सारी रात उसके पार्थिव शरीर के पास बैठना। पर क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों किया जाता है?” “हिन्दू परंपराओं के अनुसार, जब किसी की मृत्यु होती है, तो उसकी आत्मा कुछ समय तक इसी संसार में … Read more“क्या होता है मरने के बाद? क्यों नहीं छोड़ते मृत शरीर को अकेला ?

शिव जी और भस्मासुर की रहस्यमयी कथा | शिवपुराण की प्रसिद्ध कहानी

शिव जी और भस्मासुर की रहस्यमयी कथा | शिवपुराण की प्रसिद्ध कहानी

शिव जी और भस्मासुर की कथा जानिए जिसमें भक्ति, अहंकार और भगवान विष्णु की माया का अद्भुत संगम है। एक प्रेरणादायक पौराणिक कथा।

शिवपुराण में अनेक रहस्यमयी और प्रेरणादायक कथाएँ मिलती हैं। ऐसी ही एक प्रसिद्ध कथा है भस्मासुर और भगवान शिव की। यह कहानी न केवल रोमांचक है, बल्कि यह हमें सिखाती है कि शक्ति का दुरुपयोग अंततः विनाश की ओर ले जाता है।

Read moreशिव जी और भस्मासुर की रहस्यमयी कथा | शिवपुराण की प्रसिद्ध कहानी

केदारनाथ का सच – 400 साल बर्फ़ में दबा मंदिर

केदारनाथ का सच – 400 साल बर्फ़ में दबा मंदिर

उत्तराखंड की ऊँचाईयों में स्थित केदारनाथ मंदिर,ना केवल आस्था का प्रतीक है,बल्कि यह चमत्कारों और रहस्यों से भरा एक अद्भुत स्थल भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं    यह मंदिर कभी सदियों तक बर्फ़ में दबा रहा था? हां, मान्यता है कि करीब 400 सालों तक केदारनाथ मंदिर बर्फ़ के नीचे दबा रहा,लेकिन आश्चर्य … Read moreकेदारनाथ का सच – 400 साल बर्फ़ में दबा मंदिर

4 अप्रैल 2025 का राशिफल (दैनिक राशिफल

4 अप्रैल 2025 का राशिफल (दैनिक राशिफल

                                    4 अप्रैल 2025 का राशिफल (दैनिक राशिफल मेष (Aries) आज का दिन आपके लिए सफलता लेकर आ सकता है। कार्यस्थल पर आपकी मेहनत रंग लाएगी। धन लाभ के योग बन रहे हैं। उपाय:-हनुमान जी को गुड़ और … Read more4 अप्रैल 2025 का राशिफल (दैनिक राशिफल

दैनिक राशिफल – 3 अप्रैल 2025

दैनिक राशिफल – 3 अप्रैल 2025

मेष (Aries) आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। कामकाज में उन्नति होगी और नए अवसर मिल सकते हैं। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वृषभ (Taurus) आज आपका दिन मिश्रित रहेगा। आर्थिक मामलों में सतर्कता बरतें। किसी से अनावश्यक विवाद न करें। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा। मिथुन (Gemini) आज का दिन … Read moreदैनिक राशिफल – 3 अप्रैल 2025

कुंजापुरी देवी मंदिर उत्तराखंड – कुंजापुरी मंदिर ऋषिकेश कैसे पहुंचें

हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, माता कुंजापुरी मंदिर का संबंध सती की कथा से है। भगवान शिव की पत्नी देवी सती ने जब अपने पिता राजा दक्ष द्वारा किए गए अपमान को सहन नहीं कर पाईं, तो उन्होंने हवन कुंड में कूदकर प्राण त्याग दिए। जब भगवान शिव को इस घटना का पता चला, तो वे … Read moreकुंजापुरी देवी मंदिर उत्तराखंड – कुंजापुरी मंदिर ऋषिकेश कैसे पहुंचें

Pauranik Kathayen: कैसे हुआ था पवन पुत्र हनुमान का जन्म, पढ़ें यह पौराणिक कथा

Pauranik Kathayen: कैसे हुआ था पवन पुत्र हनुमान का जन्म, पढ़ें यह पौराणिक कथा

Pauranik Kathayen माता अंजना एक अप्सरा थीं, जो ऋषि के श्राप से वानरी रूप में थीं। उन्होंने घोर तपस्या की और भगवान शिव से पुत्र प्राप्ति का वरदान मांगा। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर शिवजी ने कहा, “मैं स्वयं तुम्हारे पुत्र के रूप में जन्म लूंगा।” उसी समय, जब माता अंजना प्रसाद ग्रहण कर रही … Read morePauranik Kathayen: कैसे हुआ था पवन पुत्र हनुमान का जन्म, पढ़ें यह पौराणिक कथा

Kalash Sthapana 2025: इस शुभ योग में करें कलश स्थापना, जानें शुभ मुहूर्त, विधि

 29 मार्च – चार मुखी दीपक जलाने का महत्वनवरात्रि में माँ दुर्गा की पूजा विधिपूर्वक करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। यहाँ हम आपको नवरात्रि की सही पूजा विधि बता रहे हैं— नवरात्रि के पहले दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें। एक साफ … Read moreKalash Sthapana 2025: इस शुभ योग में करें कलश स्थापना, जानें शुभ मुहूर्त, विधि

 29 मार्च – चार मुखी दीपक जलाने का महत्व

चार मुखी दीपक जलाने से जीवन में शुभ फल “ॐ हुम्मते नमः! स्वागत है आप सभी का हमारे इस आध्यात्मिक सफर में। आज हम आपको बताएंगे 29 मार्च को चार मुखी दीपक जलाने के अद्भुत लाभों के बारे में।” चार मुखी दीपक का संबंध भगवान ब्रह्मा और माँ सरस्वती से माना जाता है। यह दीपक … Read more 29 मार्च – चार मुखी दीपक जलाने का महत्व

जानिए मरने के बाद मनुष्य को किस पाप के लिए मिलती है कौन-सी सजा?

गरुड़ पुराण:- एक ऐसा पुराण है जिसमें मनुष्य के मरने के बाद उसके साथ होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई है.   सनातन धर्म में गरुड़ पुराण को महापुराण की संज्ञा दी गई है जिसमें अच्छे व बुरे कर्माें की व्याख्या की गई है जहां मनुष्य को स्वर्ग में सुख ही सुख मिलता … Read moreजानिए मरने के बाद मनुष्य को किस पाप के लिए मिलती है कौन-सी सजा?

29 मार्च से सिंह या धनु पर शुरू होगी शनि की ढैय्या

29मार्च 2025 को शनि देव मीन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। इसका प्रभाव सभी राशियों पर किसी न किसी रूप में देखने को मिलेगा। शनिश्चरी अमावस्या होने के साथ-साथ इस दिन सूर्य ग्रहण भी लग रहा है। ऐसे में हम आपको ऐसी दो राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन पर … Read more29 मार्च से सिंह या धनु पर शुरू होगी शनि की ढैय्या

भगवान शिव जी कौन थे?

भगवान शिव जी कौन थे?

भगवान शिव हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं और त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु और शिव) में से एक हैं। शिव को संहारक और नायक दोनों रूपों में पूजा जाता है। वे ब्रह्मांड के विनाशक होते हुए पुनर्निर्माण की प्रक्रिया को भी अंजाम देते हैं, जिससे संसार की पुनरावृत्ति होती है।    भगवान शिव … Read moreभगवान शिव जी कौन थे?

पाप को करते देख भगवान चुप क्यों रहते हैं

भगवान पाप को करते देख चुप रहने के कई कारण हो सकते हैं:  भगवान की इच्छा है कि चीज़ें अपरिवर्तित रहें.  पाप करने वाले का भाग्य साथ दे रहा होता है.  पाप करने वाले को दंड न मिलने की वजह से डर खत्म हो जाता है और वह और पाप करता है.  ईश्वर एक न्यायी … Read moreपाप को करते देख भगवान चुप क्यों रहते हैं

क्या भगवान हमें देख रहा है?

क्या भगवान हमें देख रहा है?

क्या भगवान हमें देख रहा है? , भगवान हर जगह दिखाई नहीं देते, लेकिन हम उन्हें अनुभव कर सकते हैं हाँ, बहुत से लोग मानते हैं कि भगवान हमें देखते हैं हा लाँकि हम उन्हें प्रत्यक्ष रूप से नहीं देख सकते, बल्कि उनके प्रति अपने मन और कर्मों से अनुभव कर सकते हैं.  कुछ लोग … Read moreक्या भगवान हमें देख रहा है?

" भक्ति ज्ञान में आपका स्वागत है। यह एक भक्ति और आध्यात्मिक ज्ञान का मंच है, जहाँ हम आपको वेदों, पुराणों, उपनिषदों, श्रीमद्भागवत गीता, रामायण, संत वाणी और मंत्रों के माध्यम से आत्मिक शांति की ओर ले चलते हैं। यहाँ हर शब्द, हर श्लोक, और हर कथा आपकी आत्मा को छूने के लिए है।"