“उत्तराखंड का दिव्य धाम — सुरकंडा देवी मंदिर की सच्ची कहानी”

"उत्तराखंड का दिव्य धाम — सुरकंडा देवी मंदिर की सच्ची कहानी"

“उत्तराखंड का दिव्य धाम — सुरकंडा देवी मंदिर की सच्ची कहानी” “जय माँ सुरकंडा भवानी!” हिमालय की गोद में, देवभूमि उत्तराखंड की ऊँचाइयों पर स्थित है — माता सुरकंडा देवी का मंदिर, जो न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि प्रकृति और अध्यात्म का अद्भुत संगम भी है। यह पवित्र मंदिर मसूरी और कद्दूखाल … Read more“उत्तराखंड का दिव्य धाम — सुरकंडा देवी मंदिर की सच्ची कहानी”

“कटारमल मंदिर – जहाँ सूर्य अब भी उगता है, पर भक्त नहीं आते…”

"कटारमल मंदिर – जहाँ सूर्य अब भी उगता है, पर भक्त नहीं आते…"

“कटारमल मंदिर – जहाँ सूर्य अब भी उगता है, पर भक्त नहीं आते…” “उत्तराखंड की शांत वादियों में, अल्मोड़ा से लगभग 19 किलोमीटर दूर एक रहस्यमयी मंदिर स्थित है — कटारमल सूर्य मंदिर।ये कोई साधारण मंदिर नहीं…यह सूर्यदेव का वो प्राचीन धाम है, जिसकी गूंज समय की सीमाओं को लांघ चुकी है।” ️ इतिहास की … Read more“कटारमल मंदिर – जहाँ सूर्य अब भी उगता है, पर भक्त नहीं आते…”

डाट काली मंदिर की रहस्यमयी सच्चाई | आस्था या डर? देहरादून का एक अनोखा मंदिर”

डाट काली मंदिर की रहस्यमयी सच्चाई | आस्था या डर? देहरादून का एक अनोखा मंदिर"

डाट काली मंदिर की रहस्यमयी सच्चाई | आस्था या डर? देहरादून का एक अनोखा मंदिर” देहरादून से राजपुर रोड होते हुए जब आप दिल्ली की ओर निकलते हैं, तो जंगलों के बीच एक मंदिर अचानक आपकी आंखों के सामने आता है – डाट काली मंदिर। यह मंदिर सिर्फ आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि रहस्य, चमत्कार … Read moreडाट काली मंदिर की रहस्यमयी सच्चाई | आस्था या डर? देहरादून का एक अनोखा मंदिर”

“शिवभक्तों का अटूट विश्वास: बड़े महादेव को त्रिशूल अर्पण क्यों करते हैं?”

"शिवभक्तों का अटूट विश्वास: बड़े महादेव को त्रिशूल अर्पण क्यों करते हैं?"

“शिवभक्तों का अटूट विश्वास: बड़े महादेव को त्रिशूल अर्पण क्यों करते हैं?” बड़े महादेव मंदिर में त्रिशूल क्यों चढ़ाया जाता है?(यह परंपरा कई शिव मंदिरों में प्रचलित है, लेकिन “बड़ा महादेव मंदिर”  त्रिशूल चढ़ाने के पीछे धार्मिक और आध्यात्मिक कारण: 1. भगवान शिव का मुख्य अस्त्र है त्रिशूल त्रिशूल शिव का प्रतीकात्मक हथियार है। इसे … Read more“शिवभक्तों का अटूट विश्वास: बड़े महादेव को त्रिशूल अर्पण क्यों करते हैं?”

“जांजरा बालाजी धाम: जहाँ सच्ची भक्ति मिलती है वरदान… और दिखता है अधूरी आस्था का परिणाम!”

"जांजरा बालाजी धाम: जहाँ सच्ची भक्ति मिलती है वरदान... और दिखता है अधूरी आस्था का परिणाम!"

“जांजरा बालाजी धाम: जहाँ सच्ची भक्ति मिलती है वरदान… और दिखता है अधूरी आस्था का परिणाम!” स्थान: यह मंदिर जांजरा गांव, देहरादून में स्थित है, जो देहरादून शहर से कुछ ही दूरी पर है। प्राकृतिक हरियाली और शांत वातावरण के बीच स्थित यह मंदिर एक आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र माना जाता है।  मंदिर की … Read more“जांजरा बालाजी धाम: जहाँ सच्ची भक्ति मिलती है वरदान… और दिखता है अधूरी आस्था का परिणाम!”

नंदी महाराज की बढ़ती हुई मूर्ति का रहस्य

नंदी महाराज की बढ़ती हुई मूर्ति का रहस्य

 नंदी महाराज की बढ़ती हुई मूर्ति का रहस्य क्या कोई पत्थर की मूर्ति सच में ज़िंदा हो सकती है…? क्या समय के साथ कोई मूर्ति सचमुच बड़ी हो सकती है…? यह सवाल आज विज्ञान और आस्था—दोनों के सामने खड़ा है। हम बात कर रहे हैं नंदी महाराज की उस रहस्यमयी मूर्ति की, जिसके बारे में … Read moreनंदी महाराज की बढ़ती हुई मूर्ति का रहस्य

भगवान जगन्नाथ का रथ मज़ार पर क्यों रुकता है? जानिए इस रहस्य के पीछे की सच्चाई

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भगवान जगन्नाथ का रथ मज़ार पर क्यों रुकता है? जानिए इस रहस्य के पीछे की सच्चाई हर साल रथयात्रा के समय पुरी की गलियों में एक अनोखा दृश्य देखने को मिलता है।भगवान जगन्नाथ का रथ चलते-चलते एक छोटे से मज़ार के सामने आकर अचानक रुक जाता है…न रथ खींचा जाता है, न ही आगे बढ़ता … Read moreभगवान जगन्नाथ का रथ मज़ार पर क्यों रुकता है? जानिए इस रहस्य के पीछे की सच्चाई

भगवान से मिलने का चमत्कारी रास्ता संगीत से होकर जाता है!”

भगवान से मिलने का चमत्कारी रास्ता संगीत से होकर जाता है!"

 भगवान से मिलने का चमत्कारी रास्ता संगीत से होकर जाता है!” (भक्ति और म्यूजिक ट्रेंड का अनोखा संगम) “जब मन बेचैन हो, दिल डूबा हुआ हो, और आंखें सवालों से भरी हों — तब Lo-Fi भक्ति संगीत आत्मा को उस स्रोत से जोड़ता है, जिसे हम ‘ईश्वर’ कहते हैं।”  भक्ति का नया रूप: Lo-Fi की … Read moreभगवान से मिलने का चमत्कारी रास्ता संगीत से होकर जाता है!”

“वदनाथ धाम – जहां साक्षात शिव करते हैं वास”

"वदनाथ धाम – जहां साक्षात शिव करते हैं वास"

 “वदनाथ धाम – जहां साक्षात शिव करते हैं वास” “भारतवर्ष की पुण्य भूमि पर अनेक तीर्थ हैं, पर कुछ ऐसे स्थल हैं जहाँ देवता केवल मूर्ति में नहीं, आत्मा में बसते हैं। ऐसा ही एक अद्भुत स्थल है – वदनाथ धाम।” वदनाथ धाम… एक ऐसा स्थान जहाँ समय थम जाता है, और भक्त का मन … Read more“वदनाथ धाम – जहां साक्षात शिव करते हैं वास”

खाटू श्याम महाराज के मंदिर का अद्भुत इतिहास

खाटू श्याम महाराज के मंदिर का अद्भुत इतिहास

खाटू श्याम महाराज के मंदिर का अद्भुत इतिहास आज हम आपको लेकर चलेंगे एक ऐसे स्थान की ओर, जहां श्रद्धा, आस्था और प्रेम के सागर उमड़ते हैं। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के सीकर ज़िले में स्थित, विश्वप्रसिद्ध खाटू श्याम जी के मंदिर की। जहां एक बार जिसने श्याम के दरबार में हाजिरी लगा … Read moreखाटू श्याम महाराज के मंदिर का अद्भुत इतिहास

मृत्यु का महत्व – अगर मृत्यु न होती तो क्या होता?”

मृत्यु का महत्व – अगर मृत्यु न होती तो क्या होता?"

मृत्यु का महत्व – अगर मृत्यु न होती तो क्या होता?” जब कोई अपनों को खोता है… तो सबसे पहला प्रश्न यही उठता है – “मृत्यु क्यों आती है?”क्यों वो चेहरे जो कभी मुस्कुराते थे, अब केवल तस्वीरों में रह जाते हैं?क्यों वो आवाजें जो हमारे जीवन का हिस्सा थीं, अब एक शून्य में समा … Read moreमृत्यु का महत्व – अगर मृत्यु न होती तो क्या होता?”

Is It Right to Use Incense Sticks in Hinduism?

Is It Right to Use Incense Sticks in Hinduism? Whenever we step into a temple or prepare for worship at home, the fragrance of a burning incense stick is often the first thing we notice. It purifies the atmosphere and calms the mind. But some people raise the question—Is it right to use incense sticks … Read moreIs It Right to Use Incense Sticks in Hinduism?

हिंदू धर्म में अगरबत्ती का उपयोग – क्या यह सही है?

Is It Right to Use Incense Sticks in Hinduism?

हिंदू धर्म में अगरबत्ती का उपयोग – क्या यह सही है? जब भी हम किसी मंदिर या घर में पूजा-पाठ करते हैं, अगरबत्ती का प्रयोग आम तौर पर किया जाता है। इसकी सुगंध वातावरण को पवित्र बना देती है और मन को शांति प्रदान करती है। लेकिन कई बार यह सवाल उठता है कि क्या … Read moreहिंदू धर्म में अगरबत्ती का उपयोग – क्या यह सही है?

पाप छोटा हो या बड़ा, क्यों भोगना पड़ता है

पाप छोटा हो या बड़ा, क्यों भोगना पड़ता है?

पाप छोटा हो या बड़ा, क्यों भोगना पड़ता है? “पाप चाहे एक बूँद हो या समंदर… परिणाम से कोई नहीं बच सकता।” मनुष्य जीवन बड़ा विचित्र है।हम हर दिन असंख्य कर्म करते हैं—कभी सोचकर, कभी अनजाने में।कभी भावनाओं में बहकर, तो कभी स्वार्थ में डूबकर।लेकिन जो बात हम अक्सर भूल जाते हैं,वो ये है कि—हर … Read moreपाप छोटा हो या बड़ा, क्यों भोगना पड़ता है

शनिवार को क्या करें जिससे शनि देव प्रसन्न हों?

शनिवार को क्या करें जिससे शनि देव प्रसन्न हों?

 शनिवार को क्या करें जिससे शनि देव प्रसन्न हों?

शनिवार को क्या करें जिससे शनि देव प्रसन्न हों?
शनिवार को क्या करें जिससे शनि देव प्रसन्न हों?


शनि देव को न्याय के देवता कहा जाता है। वे कर्मों के अनुसार फल देने वाले देव हैं। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में हों, तो जीवन में अनेक कठिनाइयाँ आती हैं। लेकिन अगर शनि देव प्रसन्न हो जाएं, तो वह व्यक्ति सफलता, सम्मान और सुख-समृद्धि प्राप्त करता है। शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। आइए जानते हैं कि शनिवार को क्या करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।

1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और काले वस्त्र पहनें
शनिवार को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना शुभ माना जाता है। इसके बाद शुद्ध मन से काले या नीले वस्त्र धारण करें क्योंकि यह रंग शनि देव को प्रिय है।

2. शनि मंदिर में दर्शन करें या पीपल के वृक्ष की पूजा करें
यदि पास में शनि देव का मंदिर हो तो वहां जाकर तेल चढ़ाएं और शनि स्तोत्र, शनि चालीसा या दशरथ कृत शनि स्तुति का पाठ करें।
यदि मंदिर न हो, तो पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं, जल अर्पित करें और सात परिक्रमा करें।

3. काले तिल, लोहे या सरसों के तेल का दान करें
शनिवार को दान करना विशेष फलदायक होता है। विशेष रूप से काले तिल, लोहे की वस्तुएं, कंबल, और सरसों का तेल दान करने से शनि दोष में कमी आती है।

4. गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करें
शनि देव गरीबों, मजदूरों और जरूरतमंदों में वास करते हैं। उनके प्रति सहानुभूति और सेवा भाव दिखाने से शनि की कृपा प्राप्त होती है।

5. मांस, शराब, झूठ और क्रोध से दूर रहें
शनिवार को सात्विक जीवन शैली अपनाएं। किसी का दिल न दुखाएं, झूठ न बोलें और व्यर्थ विवाद से बचें। इससे शनि देव के कोप से बचा जा सकता है।

6. हनुमान जी की उपासना करें
शनिवार को हनुमान जी की पूजा करने से भी शनि दोष दूर होता है, क्योंकि शनि स्वयं हनुमान भक्त हैं। बजरंग बाण, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ विशेष लाभ देता है।

7. नीले फूल और काले रंग के प्रसाद का भोग लगाएं
शनिवार को शनि देव को नीले रंग के पुष्प और उड़द या तिल से बने पकवानों का भोग लगाएं। इससे वे प्रसन्न होते हैं।

शनिवार को यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक उपरोक्त उपाय किए जाएं, तो शनि देव प्रसन्न होकर जीवन से कष्टों को दूर कर सकते हैं। शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए सच्चे हृदय से प्रार्थना और सेवा भावना जरूरी है। याद रखें, शनि देव हमें हमारे कर्मों का फल देते हैं, इसलिए अच्छे कर्म करें और शनि देव की भक्ति में मन लगाएं।

|| जय शनि देव

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सूर्य ग्रहण: आत्मचिंतन और प्रभु भक्ति का दिव्य अवसर (21 मई 2025)

सूर्य ग्रहण: आत्मचिंतन और प्रभु भक्ति का दिव्य अवसर (21 मई 2025)

सूर्य ग्रहण: आत्मचिंतन और प्रभु भक्ति का दिव्य अवसर (21 मई 2025) || ॐ आदित्याय नमः || 21 मई 2025, एक विशेष दिन… जब आकाश में सूर्य का तेज क्षीण होगा, और ब्रह्मांड का यह अद्भुत दृश्य हमें आत्मचिंतन का एक दुर्लभ अवसर देगा। ग्रहण केवल खगोलीय घटना नहीं है, यह एक आध्यात्मिक संकेत है।हमारे … Read moreसूर्य ग्रहण: आत्मचिंतन और प्रभु भक्ति का दिव्य अवसर (21 मई 2025)

“इस बड़े मंगल पर ये करना मत भूलना – वरना पछताओगे!”

"इस बड़े मंगल पर ये करना मत भूलना – वरना पछताओगे!"

“इस बड़े मंगल पर ये करना मत भूलना – वरना पछताओगे!” “बड़ा मंगल आ रहा है…हनुमान जी का वो विशेष दिन…जिस दिन आसमान भी झुक जाता है, और भक्तों की हर पुकार सीधी बजरंग बली के चरणों में पहुँचती है। लेकिन इस बार, एक बात मत भूल जाना…क्योंकि ये कोई आम मंगलवार नहीं है…ये है … Read more“इस बड़े मंगल पर ये करना मत भूलना – वरना पछताओगे!”

“हनुमान चालीसा – तुलसीदास की अमर भक्ति”

"हनुमान चालीसा – तुलसीदास की अमर भक्ति"

“हनुमान चालीसा – तुलसीदास की अमर भक्ति” “यह भारत भूमि… संतों, ऋषियों और भक्तों की भूमि रही है।यहां हर युग में ऐसे भक्त जन्मे, जिन्होंने प्रभु की भक्ति में अपना जीवन समर्पित कर दिया।ऐसे ही एक संत थे — गोस्वामी तुलसीदास।” “तुलसीदास… एक ऐसा नाम, जो राम भक्ति की आत्मा बन गया।वे न केवल रामचरितमानस … Read more“हनुमान चालीसा – तुलसीदास की अमर भक्ति”

“उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ और देवप्रयाग का दिव्य संगम”

"उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ और देवप्रयाग का दिव्य संगम"

“उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ और देवप्रयाग का दिव्य संगम” https://bhakti.org.in/उत्तराखंड-की-पवित्र-नदिय/ उत्तराखंड, जिसे देवभूमि कहा जाता है, न केवल अपने तीर्थ स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की नदियाँ भी दिव्यता और आध्यात्म का प्रतीक हैं। इन नदियों के जल में केवल पानी नहीं बहता, बल्कि यहाँ बहती है सदियों पुरानी आस्था, परंपरा और संस्कृति। … Read more“उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ और देवप्रयाग का दिव्य संगम”

उत्तराखंड का वो मंदिर, जहाँ मात्र दर्शन से मिट जाती है गरीबी

उत्तराखंड का वो मंदिर, जहाँ मात्र दर्शन से मिट जाती है गरीबी

उत्तराखंड का वो मंदिर, जहाँ मात्र दर्शन से मिट जाती है गरीबी   भारत के उत्तर में…हिमालय की गोद में बसा एक ऐसा मंदिर है,जो आज भी करोड़ों भक्तों के जीवन को बदल रहा है।एक ऐसा मंदिर…जहाँ सिर्फ दर्शन भर करने से गरीबी, दरिद्रता, और दुःख छू भी नहीं पाते। इस चमत्कारी मंदिर का नाम … Read moreउत्तराखंड का वो मंदिर, जहाँ मात्र दर्शन से मिट जाती है गरीबी

उत्तराखंड का रहस्यमयी गणेश मंदिर – जहां गणेश जी का टूटा हुआ दांत आज भी विद्यमान है!

उत्तराखंड का रहस्यमयी गणेश मंदिर – जहां गणेश जी का टूटा हुआ दांत आज भी विद्यमान है!

उत्तराखंड का रहस्यमयी गणेश मंदिर – जहां गणेश जी का टूटा हुआ दांत आज भी विद्यमान है! क्या आपने कभी ऐसा मंदिर देखा है जहां भगवान श्री गणेश का टूटा हुआ दांत और सुंदर आज भी मौजूद हो?यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि एक रहस्यमयी और चमत्कारी सत्य है, जो उत्तराखंड की पवित्र भूमि में छिपा … Read moreउत्तराखंड का रहस्यमयी गणेश मंदिर – जहां गणेश जी का टूटा हुआ दांत आज भी विद्यमान है!

“गरुड़ पुराण के अनुसार चुगली करने वाले की भयानक सजा”

"गरुड़ पुराण के अनुसार चुगली करने वाले की भयानक सजा"

“गरुड़ पुराण के अनुसार चुगली करने वाले की भयानक सजा” गरुड़ पुराण—वह दिव्य ग्रंथ जिसे स्वयं भगवान विष्णु ने गरुड़ जी को सुनाया। इसमें मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा, कर्मों का लेखा-जोखा, और यमलोक की भयानक सच्चाई का विस्तार से वर्णन है। ## गरुड़ पुराण में चुगली की सजा क्या है? इस पुराण में … Read more“गरुड़ पुराण के अनुसार चुगली करने वाले की भयानक सजा”

“भक्ति में छिपी वह शक्ति जो असंभव को भी संभव बना दे”

"भक्ति में छिपी वह शक्ति जो असंभव को भी संभव बना दे"

“भक्ति में छिपी वह शक्ति जो असंभव को भी संभव बना दे” जानिए भक्ति में कितनी शक्ति है, कैसे यह जीवन बदल सकती है और ईश्वर को भी आकर्षित कर सकती है। भक्ति—सिर्फ एक भावना नहीं, बल्कि आत्मा की पुकार है। यह वह शक्ति है जो मनुष्य को उसके सांसारिक बंधनों से ऊपर उठाकर ईश्वर … Read more“भक्ति में छिपी वह शक्ति जो असंभव को भी संभव बना दे”

वर्तमान संघर्ष और शांति की पुकार: आइए भक्ति के मार्ग पर लौटें

वर्तमान संघर्ष और शांति की पुकार: आइए भक्ति के मार्ग पर लौटें

इस समय भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है। सीमा पर असुरक्षा है, और लोगों के दिलों में चिंता, गुस्सा और भय का मिश्रण साफ़ दिखाई देता है। ऐसे समय में अक्सर हमारे मन में सवाल उठता है — “आख़िर कब तक यह संघर्ष यूँ ही चलता रहेगा?” लेकिन शायद यह भी एक … Read moreवर्तमान संघर्ष और शांति की पुकार: आइए भक्ति के मार्ग पर लौटें

“जब आएगा कल्कि अवतार भगवान विष्णु का अंतिम अवतार कल्कि अवतार की भविष्यवाणी”

"जब आएगा कल्कि अवतार | भगवान विष्णु का अंतिम अवतार | कल्कि अवतार की भविष्यवाणी"

जब-जब इस पृथ्वी पर अधर्म बढ़ा है,जब-जब पाप ने धर्म को दबाया है,जब-जब सज्जन दुखी हुए हैं और असुरों ने आकाश तक हाहाकार फैलाया है,तब-तब भगवान ने लिया है अवतार।   त्रेता में राम के रूप में,द्वापर में कृष्ण के रूप में,और अब…कलियुग में, जब अंधकार अपने चरम पर होगा,तब आएंगे भगवान विष्णु के अंतिम … Read more“जब आएगा कल्कि अवतार भगवान विष्णु का अंतिम अवतार कल्कि अवतार की भविष्यवाणी”

“शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं और क्या फल प्राप्त होता है?”

"शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं और क्या फल प्राप्त होता है?"

“शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं और क्या फल प्राप्त होता है?” “ॐ नमः शिवाय…” जब भक्त सच्चे मन से महादेव की पूजा करता है, तब उसके सारे दुःख कटने लगते हैं।शिवलिंग पर चढ़ाया गया हर पदार्थ कोई साधारण वस्तु नहीं होती – वो एक माध्यम होता है, जिससे हमारा भाव प्रभु तक पहुँचता है।तो आइए जानते … Read more“शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं और क्या फल प्राप्त होता है?”

गर्भगृह में पर्दा क्यों डाला जाता है? जानिए इसका गहरा रहस्य”

गर्भगृह में पर्दा क्यों डाला जाता है? जानिए इसका गहरा रहस्य"

गर्भगृह में पर्दा क्यों डाला जाता है? जानिए इसका गहरा रहस्य” जब रात की नीरवता धरती पर उतरती है, जब आकाश चाँदनी की चादर ओढ़ लेता है… तब मंदिरों में एक विशेष दृश्य देखने को मिलता है।गर्भगृह — जहाँ भगवान स्वयं विराजते हैं — वहाँ एक सुंदर, सादा लेकिन भावों से भरा पर्दा गिरा दिया … Read moreगर्भगृह में पर्दा क्यों डाला जाता है? जानिए इसका गहरा रहस्य”

गरुड़ पुराण के अनुसार आत्महत्या के परिणाम:

गरुड़ पुराण के अनुसार आत्महत्या के परिणाम:

1. भयानक नरक में पतन:जो व्यक्ति आत्महत्या करता है, उसे मृत्यु के बाद सीधे नरक की यातनाएँ सहनी पड़ती हैं। उसे अन्धतमिस्र, रौरव, या महाराौरव जैसे अत्यंत पीड़ादायक नरकों में भेजा जाता है। 2. बार-बार वही मृत्यु सहना:आत्महत्या करने वाला जीव अगले जन्मों में भी उसी प्रकार की मृत्यु को बार-बार सहता है, जिस प्रकार … Read moreगरुड़ पुराण के अनुसार आत्महत्या के परिणाम:

माँ कामाख्या देवी: अद्भुत शक्ति का रहस्यमयी धाम

माँ कामाख्या देवी: अद्भुत शक्ति का रहस्यमयी धाम

जय माँ कामाख्या देवी! भारत के उत्तर-पूर्वी प्रदेश असम के नीलांचल पर्वत पर स्थित है एक चमत्कारी शक्तिपीठ — माँ कामाख्या का मंदिर। यह स्थान केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि शक्ति, साधना और रहस्य का जीवित प्रमाण है। माँ कामाख्या, आदि शक्ति सती का ही वह स्वरूप हैं, जिनके प्रतीकस्वरूप योनि अंग यहाँ प्रतिष्ठित … Read moreमाँ कामाख्या देवी: अद्भुत शक्ति का रहस्यमयी धाम

भक्ति क्या है? एक आत्मिक यात्रा की शुरुआत

भक्ति क्या है? एक आत्मिक यात्रा की शुरुआत

जब मनुष्य जीवन के झंझावातों से थककर शांति की खोज करता है, तो वह भक्ति की ओर बढ़ता है। भक्ति केवल एक भावना नहीं, बल्कि आत्मा और परमात्मा के बीच का प्रेममय सेतु है। यह वह राह है जहाँ अहंकार समाप्त होता है और समर्पण आरंभ होता है। भक्ति का स्वरूप: भक्ति के अनेक रूप … Read moreभक्ति क्या है? एक आत्मिक यात्रा की शुरुआत

“जब भगवान शिव ने भूकंप के पीछे छिपे सत्य को प्रकट किया”

"जब भगवान शिव ने भूकंप के पीछे छिपे सत्य को प्रकट किया"

प्राचीन काल की बात है। हिमालय की गोद में स्थित कैलाश पर्वत — जहाँ स्वयं भगवान शिव ध्यानमग्न रहते हैं। वहां की शांति अपूर्व थी। ऋषि-मुनि, सिद्ध, और देवता तक वहाँ तपस्या करने आते, परंतु शिव के धैर्य और ध्यान में कोई विघ्न न डालता।उसी समय लंका में रावण राज करता था — परम शिवभक्त। … Read more“जब भगवान शिव ने भूकंप के पीछे छिपे सत्य को प्रकट किया”

हरि नाम की महिमा – क्यों केवल नाम ही काफी है?

हरि नाम की महिमा – क्यों केवल नाम ही काफी है?

“जब जीवन में सब कुछ छिन जाए, तब केवल भगवान का नाम ही ऐसा होता है जो कभी साथ नहीं छोड़ता।”हरि नाम  यह केवल दो-चार अक्षरों का उच्चारण नहीं, बल्कि ब्रह्मांड की सबसे पवित्र ध्वनि है। एक ऐसा नाम जो आत्मा को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। 1. नाम जप की शक्ति … Read moreहरि नाम की महिमा – क्यों केवल नाम ही काफी है?

एक साधक की राम भक्ति ने कैसे उसकी ज़िंदगी बदल दी

एक साधक की राम भक्ति ने कैसे उसकी ज़िंदगी बदल दी

जीवन जब दिशाहीन हो जाए, तब केवल एक नाम सहारा बनता है — राम। यह कहानी है एक ऐसे साधक की, जिसकी ज़िंदगी भटकाव, पीड़ा और अंधेरे से भरी हुई थी। पर एक दिन राम नाम उसके जीवन का दीपक बन गया। भटकते हुए जीवन की शुरुआत राहुल  एक सामान्य युवक था। दुनियावी दौड़ में … Read moreएक साधक की राम भक्ति ने कैसे उसकी ज़िंदगी बदल दी

“समुद्र में डूबी द्वारका – आखिरकार मिल ही गई भगवान श्रीकृष्ण की नगरी!

"समुद्र में डूबी द्वारका – आखिरकार मिल ही गई भगवान श्रीकृष्ण की नगरी!

क्या आपने कभी सोचा है… वो नगरी जो स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने बसाई थी… क्या वह सचमुच अस्तित्व में थी? क्या द्वारका, समुद्र की गहराइयों में लुप्त हो चुकी एक दिव्य नगरी है… या ये सिर्फ एक पौराणिक कथा थी? लेकिन अब… जो खोज हुई है, वो आपके विश्वास को और भी गहरा कर देगी… … Read more“समुद्र में डूबी द्वारका – आखिरकार मिल ही गई भगवान श्रीकृष्ण की नगरी!

बैसाखी: खुशहाली, आस्था और एकता का पर्व

बैसाखी: खुशहाली, आस्था और एकता का पर्व

  बैसाखी का कृषि महत्व बैसाखी का पर्व किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नए फसलों की कटाई का समय होता है। इस दिन किसानों को अपनी मेहनत का फल मिलता है और वे अपनी फसलों की खुशहाली के लिए भगवान का धन्यवाद करते हैं। विशेष रूप से रबी फसलों की कटाई इस … Read moreबैसाखी: खुशहाली, आस्था और एकता का पर्व

“क्या होता है मरने के बाद? क्यों नहीं छोड़ते मृत शरीर को अकेला ?

“जब कोई अपना हमें छोड़कर चला जाता है, तो एक परंपरा हम सभी निभाते हैं — सारी रात उसके पार्थिव शरीर के पास बैठना। पर क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों किया जाता है?” “हिन्दू परंपराओं के अनुसार, जब किसी की मृत्यु होती है, तो उसकी आत्मा कुछ समय तक इसी संसार में … Read more“क्या होता है मरने के बाद? क्यों नहीं छोड़ते मृत शरीर को अकेला ?

" भक्ति ज्ञान में आपका स्वागत है। यह एक भक्ति और आध्यात्मिक ज्ञान का मंच है, जहाँ हम आपको वेदों, पुराणों, उपनिषदों, श्रीमद्भागवत गीता, रामायण, संत वाणी और मंत्रों के माध्यम से आत्मिक शांति की ओर ले चलते हैं। यहाँ हर शब्द, हर श्लोक, और हर कथा आपकी आत्मा को छूने के लिए है।"