कलयुग के पाप से बचने के लिए क्या नहीं करना चाहिए
कलयुग के पाप से बचने के लिए क्या नहीं करना चाहिए कलयुग के पाप से बचने के लिए क्या नहीं करना चाहिए लियुग का आरंभ हुआ, तब भगवान ने कहा था—“अब धर्म धीरे-धीरे क्षीण होगा, और अधर्म मनुष्य के मन में बढ़ेगा।” आज हम उसी युग में हैं—जहाँ दिखावा सच्चाई से बड़ा हो गया…