शनिवार को करें ये 9 कार्य, शनि देव होंगे प्रसन्न और दूर होंगी सारी बाधाएँ
शनिवार का दिन हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। यह दिन न्याय के देवता भगवान शनि देव को समर्पित है। शनि देव कर्मों के अनुसार फल देने वाले देवता हैं वे न किसी से बैर रखते हैं, न किसी पर अन्याय करते हैं। जो व्यक्ति धर्म, सत्य और सदाचार के मार्ग पर चलता है, उस पर शनि देव की विशेष कृपा बनी रहती है।लेकिन अगर कोई व्यक्ति गलत कर्म करता है, अहंकार, अन्याय या पाप में लिप्त होता है, तो शनिदेव उसे उसके कर्मों के अनुसार दंड भी देते हैं। इसलिए शनिवार के दिन कुछ विशेष कार्य करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन से संकट दूर होते हैं।
कौन हैं शनि देव?
शनि देव सूर्य देव के पुत्र और छाया (संवर्णा) के गर्भ से उत्पन्न हुए। उनका वाहन कौवा (काला कौआ) है और उनका स्वभाव गंभीर, न्यायप्रिय तथा तपस्वी है।
शनि देव को कर्मफलदाता कहा गया है। वे प्रत्येक व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार फल देते हैं। उनका न्याय अटल और निष्पक्ष होता है।
शनिवार को शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय
1. शनि देव का विधिवत पूजन करें
शनिवार की सुबह स्नान कर साफ वस्त्र पहनें। पूर्व दिशा की ओर मुख करके शनि देव की प्रतिमा या तस्वीर के सामने तिल के तेल का दीपक जलाएँ।
मंत्र:
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें।
2. तिल का तेल चढ़ाएँ
शनिवार को शनि देव को तिल के तेल का अभिषेक करना अत्यंत शुभ माना जाता है। शनि देव के चरणों में तेल अर्पित करने से कष्ट दूर होते हैं और जीवन में स्थिरता आती है।
3. गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करें
शनि देव करुणा और न्याय के प्रतीक हैं। यदि शनिवार को आप किसी गरीब को भोजन कराते हैं, वस्त्र दान करते हैं या किसी जरूरतमंद की मदद करते हैं, तो शनि देव अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
“दान” शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे प्रभावी तरीका माना गया है।
4. काले वस्त्र धारण करें
शनिवार के दिन काले या नीले रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है। यह रंग शनि देव का प्रिय माना गया है और यह ग्रह की नकारात्मक ऊर्जा को कम करता है।
5. कौओं और कुत्तों को भोजन कराएँ
शनि देव का वाहन कौआ है। इसलिए शनिवार को काले कौओं को भोजन देने से शनि की कृपा प्राप्त होती है।
इसके अलावा काले कुत्तों को रोटी खिलाना भी बहुत शुभ माना गया है। इससे ग्रह दोष कम होते हैं।
6. शनि मंदिर में जाकर दीपदान करें
शनिवार की शाम शनि मंदिर में जाकर तिल या सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।यह दीपक न केवल आपके जीवन का अंधकार मिटाता है, बल्कि शनि दोष और साढ़ेसाती के प्रभाव को भी कम करता है।
7. शनि स्तोत्र और हनुमान चालीसा का पाठ करें
शनिदेव हनुमान भक्तों से बहुत प्रसन्न रहते हैं क्योंकि भगवान हनुमान ने ही रावण के कैद से शनिदेव को मुक्त कराया था।
शनिवार को हनुमान चालीसा और शनि स्तोत्र का पाठ करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
शनि स्तोत्र (संक्षेप में):
नमः कृष्णाय नीलाई च शनैश्वराय नमो नमः।
अधर्मशत्रवे चैव तामसाय नमो नमः॥
8. कर्म सुधारें – सत्य के मार्ग पर चलें
शनि देव को प्रसन्न करने का सबसे बड़ा उपाय है — सद्कर्म करना।
यदि आप दूसरों के साथ अन्याय नहीं करते, किसी को दुख नहीं देते और अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं, तो शनिदेव स्वतः प्रसन्न हो जाते हैं।
9. तिल, उड़द और लोहे का दान करें
शनिवार को लोहे, तिल और उड़द का दान शनि दोष निवारण का श्रेष्ठ उपाय है। यह कार्य गुप्त रूप से करें ताकि अहंकार न पनपे।
शनिदेव की कृपा से मिलने वाले लाभ
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कर्म दोष का निवारण: बुरे कर्मों का प्रभाव कम होता है।
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धन और सफलता: आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
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रोगों से मुक्ति: मानसिक और शारीरिक पीड़ा कम होती है।
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जीवन में स्थिरता: मन, परिवार और व्यवसाय में संतुलन बनता है।
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न्याय की प्राप्ति: जो लोग अन्याय का शिकार हैं, उन्हें उचित न्याय मिलता है।
शनिदेव को अप्रसन्न करने वाले कार्य
अगर आप शनिवार को ये कार्य करते हैं, तो शनिदेव नाराज़ हो सकते हैं –
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दूसरों का अपमान करना।
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झूठ बोलना या धोखा देना।
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बूढ़ों, गरीबों या पशुओं को कष्ट देना।
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शराब या मांस का सेवन।
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किसी का धन या अधिकार छीनना।
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याद रखें — शनि देव दंड नहीं देते, केवल आपके कर्मों का परिणाम दिखाते हैं।
शनिवार को क्या खाएँ और क्या न खाएँ
शनिवार को तामसिक भोजन (मांस, शराब आदि) से बचें।
इस दिन सादा भोजन करें और यदि संभव हो तो एक व्रत रखें या केवल फलाहार करें।
शनि देव की कृपा पाने का सरल मंत्र
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
प्रत्येक शनिवार को इस मंत्र का 108 बार जाप करने से मानसिक शांति, धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य मिलता है।
शनिवार का दिन हमें याद दिलाता है कि कर्म ही हमारा सच्चा साथी है।शनि देव सिखाते हैं कि “अच्छे कर्मों का फल शुभ होता है और बुरे कर्मों का फल दुखद।”इसलिए शनिवार को ईमानदारी, विनम्रता और सेवा का भाव अपनाएँ।जब आप दूसरों के प्रति न्यायपूर्ण व्यवहार करते हैं, तो शनि देव आपकी जीवन यात्रा को उज्जवल बना देते हैं।
“शनि दयालु भी हैं और न्यायप्रिय भी बस अपने कर्मों पर ध्यान दें, कृपा स्वतः बरसेगी।”
