“क्या हनुमान आज भी जीवित हैं?”

“क्या हनुमान आज भी जीवित हैं?”

“कलियुग में जीवित हनुमान जी का दिव्य तेजस्वी चित्र”
“हनुमान जी — शक्ति, भक्ति और अमरत्व का प्रतीक”https://bhakti.org.in/hanuman-alive-today/

क्या हनुमान जी आज भी जीवित हैं? क्या वे इस पृथ्वी पर किसी रूप में विचरण कर रहे हैं? क्या वे कलियुग में भी भक्तों की रक्षा कर रहे हैं? ये प्रश्न सदियों से लोगों के मन में उठते रहे हैं।
हनुमान जी अद्भुत हैं—शक्ति के प्रतीक, भक्तों के रक्षक, और अमरत्व का दिव्य उदाहरण। लेकिन उनकी अमरता का रहस्य केवल आस्था नहीं, बल्कि शास्त्रों, पुराणों और साधु-संतों के अनुभवों में भी स्पष्ट रूप से उल्लेखित है।

इस स्क्रिप्ट में हम गहराई से जानेंगे—

हनुमान जी अमर क्यों हैं?

क्या शास्त्रों में उनके जीवित होने का प्रमाण है?

क्या वे कलियुग में प्रकट होते हैं?

साधुओं और भक्तों के अनुभव क्या कहते हैं?

और आज के समय में हनुमान जी का अस्तित्व कैसा है?

 1. शास्त्रों में हनुमान जी की अमरता का घोषणा

शास्त्रों में हनुमान जी को अष्ट-चिरंजीवियों में शामिल किया गया है। चिरंजीवी यानी वे जो कलियुग के अंत तक जीवित रहेंगे

वाल्मीकि रामायण, उत्तरकांड में श्रीराम कहते हैं:

“त्वं जीविश्यसि मेयावत्त्रैलोक्यम् सचराचरम्”
अर्थ — हे हनुमान! जब तक यह संसार रहेगा, तुम जीवित रहोगे।

यह स्पष्ट प्रमाण है कि हनुमान जी स्वयं भगवान राम द्वारा अमरत्व से विभूषित किए गए।

 2. उनका शरीर दिव्य, वायु-तत्व से बना है

हनुमान जी साधारण शरीर वाले नहीं हैं।उनका शरीर वायु-तत्व और दिव्य तेज से निर्मित है।ऐसा शरीर न वृद्ध होता है, न नष्ट।

वायु देव के पुत्र होने के कारण—

उनका बल अनंत

उनका जीवन शाश्वत

और उनकी गति अकल्पनीय है

वे किसी भी स्थान पर पलक झपकते पहुँच सकते हैं।

 3. महाभारत में भी हनुमान जी का प्रकट होना

महाभारत में भी हनुमान जी अर्जुन के सामने प्रकट हुए।

अर्जुन से कहा—

“मैं ध्वज पर विराजमान रहकर तुम्हारी रक्षा करूंगा।”

अगर हनुमान जी केवल त्रेता युग तक ही होते,
तो महाभारत काल में उनका प्रकट होना संभव नहीं था।

यह स्पष्ट प्रमाण है कि हनुमान जी समय-सीमा से परे हैं।

 4. कलियुग में हनुमान जी की भूमिका

पुराण कहते हैं:

जहाँ राम का नाम है, वहाँ हनुमान जी भी हैं।

कलियुग में:

राम भक्ति का प्रसार

सत्पुरुषों की रक्षा

धर्म की स्थापना

और भक्तों की मनोकामना पूर्ण करना

यही उनकी मुख्य भूमिका बताई गई है।

 5. दुनिया भर में हनुमान दर्शन की घटनाएँ

कई संत, योगी और भक्त बताते हैं कि—

जंगलों

पहाड़ों

गुफाओं

तीर्थों

और निर्जन क्षेत्रों

में अक्सर एक विशाल दिव्य पुरुष का दर्शन होता है, जो तेजस्वी, बलवान और पूर्ण शांति से भरा होता है।

कई संतों ने यह भी कहा कि—

“हनुमान आज भी पृथ्वी पर भ्रमण करते हैं।
वे केवल योगियों, भक्तों और जरूरतमंदों को ही दिखाई देते हैं।”

 6. तिब्बत, चीन और नेपाल में भी हनुमान जैसे दिव्य पुरुष के वर्णन

वेद-पुराण ही नहीं,
तिब्बत और चीन के प्राचीन ग्रंथों में भी एक वानर स्वरूप दिव्य पुरुष का उल्लेख मिलता है,
जो—

पहाड़ों में रहता है

अचानक प्रकट होता है

लोगों की रक्षा करता है

और प्रकाश में विलीन हो जाता है

इन विवरणों को कई शोधकर्ता हनुमान जी से जोड़ते हैं।

 7. वे आज भी पृथ्वी पर कहाँ हैं?

शास्त्रों में बताया गया है कि हनुमान जी—

हिमालय की गुफाओं

घने जंगलों

और साधना स्थलों

में रहते हैं।
वे सामान्य मनुष्यों की नजरों से छिपे रहते हैं।

यह भी कहा जाता है:

“वे जहाँ रामायण का पाठ होता है,
जहाँ भक्त सच्ची श्रद्धा से पुकारता है,
वहाँ स्वयं उपस्थित होते हैं।”

 8. हनुमान जी का वचन — ‘मैं कलियुग में रहते हुए भक्तों के पास आता रहूँगा’

स्कंद पुराण में आता है कि हनुमान जी कहते हैं—

“कलियुग में, जहाँ-जहाँ मेरा स्मरण होगा,
वहाँ-वहाँ मैं उपस्थित रहूँगा।”

यही कारण है—

कई भक्त संकट में हनुमान चालीसा पढ़ते हैं और बच जाते हैं

कई बड़े हादसे टल जाते हैं

कई लोग असंभव कार्य कर लेते हैं

क्योंकि हनुमान जी अदृश्य रूप में सहायता करते हैं।

 9. हनुमान जी ने अमर रहने की प्रतिज्ञा क्यों ली?

इसके पीछे तीन कारण बताए गए:

1. राम नाम प्रसार

वे चाहते थे कि राम भक्ति कभी न रुके।

2. धर्म की रक्षा

जहाँ अधर्म बढ़ेगा, वे वहीं प्रकट होंगे।

3. भक्तों की रक्षा

उनके अनुसार—
“जो मुझे याद करता है, मैं उसके संकट दूर करने स्वयं आता हूँ।”

 10. हनुमान जी का शरीर आज भी युवा है

धर्मग्रंथ कहते हैं—

हनुमान जी न वृद्ध होते हैं

न बालक रहते हैं

उनका रूप हमेशा युवा, दिव्य, विशाल और तेजस्वी रहता है

उनका जीवन योग-ऊर्जा से संचालित है, जो कभी समाप्त नहीं होती।

11. कई साधु कहते हैं — ‘हमने हनुमान जी को देखा है’

भारत के कई प्राचीन साधना-स्थलों में—

त्र्यंबकेश्वर

बद्रीनाथ

काशी

चित्रकूट

टिहरी

अयोध्या

रामेश्वरम

के कई संत बताते हैं कि
वे हनुमान जी के दर्शन कर चुके हैं।

कभी—

साधारण वृद्ध भिक्षुक

कभी बलवान युवक

कभी वानर रूप

कभी तेजस्वी पुरुष

रूप में वे दिखते हैं।

और फिर अचानक गायब हो जाते हैं।

 12. क्यों साधारण लोग हनुमान को नहीं देख पाते?

क्योंकि हनुमान जी—

योग-माया

सिद्धि

अनुपलब्धि शक्ति

से छिपे रहते हैं।

साधारण दृष्टि उन्हें नहीं देख सकती।
लेकिन उनकी उपस्थिति—
सुगंध, हवा की गति, मन की शांति, और संकट के तुरंत हटने में पता चलती है।

 13. क्या हनुमान जी ने आधुनिक काल में भी प्रकट होकर सहायता की?

हाँ।
अनेक घटनाएँ बताती हैं—

दुर्घटना में चमत्कारिक बचाव

संकट में रहस्यमयी बल

युद्ध में सैनिकों का बच जाना

प्राकृतिक आपदा में किसी अदृश्य शक्ति का सहारा

इन सबका श्रेय कई भक्त हनुमान को देते हैं।

 14. क्या हनुमान जी भविष्य में भी रहेंगे?

हाँ।
पुराण कहते हैं कि हनुमान जी—

“कलियुग समाप्त होने तक जीवित रहेंगे।”

और सृष्टि के पुनः निर्माण में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।

 15. निष्कर्ष — क्या हनुमान आज भी हैं? (Final Answer)

हाँ।
शास्त्र, पुराण, संतों के अनुभव और भक्तों की घटनाएँ—
सब एक ही बात साबित करते हैं:

हनुमान जी आज भी जीवित हैं।

वे आज भी भक्तों की रक्षा कर रहे हैं।

वे आज भी पृथ्वी पर विचरण कर रहे हैं।

वे दिखाई कम पड़ते हैं,
लेकिन उपस्थित हमेशा रहते हैं।

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