हर साल की तरह इस बार भी 20 मई 2025 को बड़ा मंगल मनाया जाएगा — यह दिन समर्पित है भगवान हनुमान जी को।
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हर साल की तरह इस बार भी 20 मई 2025 को बड़ा मंगल मनाया जाएगा यह दिन समर्पित है भगवान हनुमान जी को।उत्तर भारत, विशेषकर उत्तर प्रदेश में बड़ा मंगल अत्यंत श्रद्धा और उत्साह से मनाया जाता है।मंगलवार का यह विशेष पर्व शक्ति, साहस, और संकटमोचन की कृपा प्राप्त करने का दिन माना गया है।
लेकिन शास्त्रों में यह भी कहा गया है
“जो इस दिन नियम, भक्ति और संयम से पूजा नहीं करता, वह अपने ही शुभ समय को दुर्भाग्य में बदल देता है।”इसलिए आइए जानते हैं
इस बड़े मंगल पर क्या करें, क्या न करें और क्यों इस दिन की महत्ता इतनी गहरी है।लेकिन इस बार, एक बात मत भूल जाना…क्योंकि ये कोई आम मंगलवार नहीं है…ये है बड़ा मंगल – सेवा, श्रद्धा और शक्ति का अद्भुत संगम।लोग मंदिरों में प्रसाद चढ़ाते हैं, नारियल फोड़ते हैं, फूल-मालाएँ अर्पित करते हैं…लेकिन क्या बजरंगबली को सिर्फ यही चाहिए?
नहीं…उन्हें चाहिए आपका सच्चा भाव।आपकी निस्वार्थ सेवा।आपका किसी जरूरतमंद के लिए बढ़ा हुआ हाथ।
बड़ा मंगल का धार्मिक महत्व
बड़ा मंगल कोई साधारण मंगलवार नहीं होता।यह वह दिन है जब मंगल ग्रह और शनि ग्रह की ऊर्जा का संतुलन साधा जा सकता है।जो व्यक्ति इस दिन भगवान हनुमान जी की पूजा करता है, उसके जीवन से मंगल दोष, शनि साढ़ेसाती और बाधाएँ दूर हो जाती हैं।पुराणों के अनुसार, बड़ा मंगल भगवान श्रीराम के समय से आरंभ हुआ था।जब हनुमान जी ने लंका जलाकर लौटे, उस दिन मंगलवार था —और उसी दिन अयोध्या में लोगों ने उन्हें भोग, दीपक और प्रसाद अर्पित किया।तब से यह परंपरा हर साल “बड़ा मंगल” के रूप में मनाई जाने लगी।
इस दिन क्या करना शुभ माना गया है
1. सुबह स्नान के बाद हनुमान जी का ध्यान करें
ब्राह्म मुहूर्त में स्नान करें और लाल वस्त्र धारण करें।हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने “ॐ हनुमते नमः” का 108 बार जाप करें।फिर तुलसी की माला, गुड़ और चने का भोग लगाएँ।
2. मंदिर में दीपक अवश्य जलाएँ
बड़े मंगल पर सरसों या तिल के तेल का दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है।यह दीप आपके जीवन की नकारात्मकता को समाप्त करता है और आत्मबल बढ़ाता है।
3. हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें
जो व्यक्ति इस दिन हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करता है,उसे भय, रोग, कर्ज और शनि के प्रभाव से मुक्ति मिलती है।
कहा गया है —
“जहाँ हनुमान का नाम लिया जाता है, वहाँ भय का नामोनिशान नहीं रहता।”
4. भोजन वितरण करें (भंडारा या प्रसाद)
बड़े मंगल का एक प्रमुख अनुष्ठान है —भंडारा आयोजित करना या जरूरतमंदों को भोजन कराना।इस दिन दान का विशेष फल मिलता है।माना जाता है कि यदि कोई इस दिन एक समय भी भूखे को भोजन कराता है,तो उसके घर कभी अन्न की कमी नहीं रहती।
5. लाल ध्वज चढ़ाएँ और हनुमान मंदिर सजाएँ
मंगल ग्रह लाल रंग का प्रतीक है, इसलिए लाल झंडा चढ़ाना शुभ माना गया है।मंदिर को लाल पुष्प और दीयों से सजाने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं।
क्या न करें इस दिन – भूलकर भी ये गलतियाँ न करें!
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मांस-मदिरा का सेवन न करें
बड़े मंगल के दिन तामसिक भोजन, मांस या शराब ग्रहण करना अपशकुन माना गया है।
यह पवित्र ऊर्जा को दूषित करता है। -
क्रोध और अपशब्द से बचें
हनुमान जी “संयम” के देवता हैं। इस दिन क्रोध या कठोर वचन बोलना उनका अपमान माना जाता है। -
किसी गरीब या जरूरतमंद को मना न करें
यदि कोई इस दिन आपसे सहायता मांगे, तो उसे खाली हाथ न लौटाएँ।
यह आपका पुण्य बढ़ाता है और पाप कम करता है। -
झूठ बोलने या छल करने से बचें
मंगल ग्रह सत्य का प्रतीक है। इस दिन असत्य बोलना आपके शुभ समय को अशुभ बना सकता है। -
हनुमान मंदिर में चप्पल पहनकर न जाएँ
यह अनादर का सूचक है। मंदिर में प्रवेश से पहले जूते बाहर उतारें और मन में श्रद्धा रखें।
बड़ा मंगल के उपाय जो जीवन बदल सकते हैं
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लाल सिंदूर और तेल चढ़ाएँ
हनुमान जी को लाल सिंदूर और तिल का तेल अर्पित करें।
यह शनि और मंगल दोष दोनों को शांत करता है। -
कर्ज से मुक्ति के लिए उपाय
एक नारियल और लाल कपड़ा लेकर उसमें 5 सिक्के बाँधें और हनुमान जी के चरणों में रखें।
इससे आर्थिक संकट दूर होते हैं। -
कष्ट निवारण के लिए मंत्र जाप
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“ॐ ऐं ह्रीं हनुमते रामदूताय नमः।”
इस मंत्र का 108 बार जाप करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं।
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संतोष और भक्ति का संकल्प लें
हनुमान जी केवल पूजा से नहीं, बल्कि सच्चे मन और विनम्रता से प्रसन्न होते हैं।
इस दिन अहंकार का त्याग करें और मन को शुद्ध रखें।
बड़ा मंगल और ग्रह दोषों का संबंध
अगर किसी की कुंडली में मंगल दोष, शनि दोष या राहु-केतु का प्रभाव है,तो बड़ा मंगल उसके लिए वरदान समान है।इस दिन व्रत रखने और हनुमान जी की उपासना करने से ग्रह दोषों का निवारण होता है।
बड़ा मंगल का आध्यात्मिक अर्थ
यह दिन केवल पूजा का नहीं, बल्कि आत्मनिरीक्षण का दिन भी है।यह हमें सिखाता है —
“शक्ति तब ही फल देती है जब उसमें विनम्रता जुड़ी हो।”
हनुमान जी का चरित्र हमें सिखाता है कि ताकत, भक्ति और सेवा —तीनों जब एक साथ चलते हैं, तो जीवन में कोई बाधा नहीं रहती।
बड़ा मंगल 2025 (20 मई) को आने वाला है।इस दिन भगवान हनुमान की कृपा पाने का यह श्रेष्ठ अवसर है।भूलकर भी इस दिन गलत कार्य न करें,क्योंकि यह समय आपकी ऊर्जा को दोगुना कर सकता है —या उल्टा, यदि संयम न हो तो दुर्भाग्य भी बढ़ा सकता है।
इसलिए –
“संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।”
हनुमान जी की आराधना से न केवल मंगल ग्रह शांत होता है,
बल्कि जीवन में साहस, शक्ति और स्थिरता का संचार होता है।
