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जानिए मरने के बाद मनुष्य को किस पाप के लिए मिलती है कौन-सी सजा?

गरुड़ पुराण:- एक ऐसा पुराण है जिसमें मनुष्य के मरने के बाद उसके साथ होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई है. 

 

https://bhakti.org.in/garud-puran/

 सनातन धर्म में गरुड़ पुराण को महापुराण की संज्ञा दी गई है

जिसमें अच्छे व बुरे कर्माें की व्याख्या की गई है

जहां मनुष्य को स्वर्ग में सुख ही सुख मिलता है, वहीं नरक में पापों के मुताबिक यातनाएं भुगतनी पड़ती हैं.गरुड़ पुराण के अनुसार मृत्यु के बाद आत्मा को अपने पापों की कीमत चुकाने के बाद ही मुक्ति मिलती है इसके बारे में गरुड़ पुराण में उल्लेख किया गया है

 

पापों के अनुसार मिलती है सजा

  • गरुड़ पुराण के मुताबिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले या उन्हें धोखा देने वाले मनुष्य को जानवर की श्रेणी में रखा गया है. ऐसे मनुष्य को नरक में मल-मूत्र से भरे कुएं में डाल दिया जाता है.
  • निदोष जीवों की हत्या करना एक बड़ा पाप माना गया है और इसके लिए गरुड़ पुराण में एक कठोर सजा तय की गई है. ऐसे व्यक्ति को गरम तेल में डालकर तला जाता है.
  • जो लोग जानवरों को मारकर उनका मांस खाते हैं उनके लिए भी गरुड़ पुराण में कठोर सजा तय की गई है. ऐसे लोगों को नरक में जानवरों के बीच छोड़ दिया जाता है और जानवर उन्हें चीर कर खा जाते हैं.
  • गरुड़ पुराण के मुताबिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले या उन्हें धोखा देने वाले मनुष्य को जानवर की श्रेणी में रखा गया है. ऐसे मनुष्य को नरक में मल-मूत्र से भरे कुएं में डाल दिया जाता है.
  • निदोष जीवों की हत्या करना एक बड़ा पाप माना गया है और इसके लिए गरुड़ पुराण में एक कठोर सजा तय की गई है. ऐसे व्यक्ति को गरम तेल में डालकर तला जाता है.
  • जो लोग जानवरों को मारकर उनका मांस खाते हैं उनके लिए भी गरुड़ पुराण में कठोर सजा तय की गई है. ऐसे लोगों को नरक में जानवरों के बीच छोड़ दिया जाता है और जानवर उन्हें चीर कर खा जाते हैं.
  • गरुड़ पुराण के मुताबिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले या उन्हें धोखा देने वाले मनुष्य को जानवर की श्रेणी में रखा गया है. ऐसे मनुष्य को नरक में मल-मूत्र से भरे कुएं में डाल दिया जाता है.
  • निदोष जीवों की हत्या करना एक बड़ा पाप माना गया है और इसके लिए गरुड़ पुराण में एक कठोर सजा तय की गई है. ऐसे व्यक्ति को गरम तेल में डालकर तला जाता है.
  • जो लोग जानवरों को मारकर उनका मांस खाते हैं उनके लिए भी गरुड़ पुराण में कठोर सजा तय की गई है. ऐसे लोगों को नरक में जानवरों के बीच छोड़ दिया जाता है और जानवर उन्हें चीर कर खा जाते हैं.
  • गरुड़ पुराण के मुताबिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले या उन्हें धोखा देने वाले मनुष्य को जानवर की श्रेणी में रखा गया है. ऐसे मनुष्य को नरक में मल-मूत्र से भरे कुएं में डाल दिया जाता है.
  • निदोष जीवों की हत्या करना एक बड़ा पाप माना गया है और इसके लिए गरुड़ पुराण में एक कठोर सजा तय की गई है. ऐसे व्यक्ति को गरम तेल में डालकर तला जाता है.
  • जो लोग जानवरों को मारकर उनका मांस खाते हैं उनके लिए भी गरुड़ पुराण में कठोर सजा तय की गई है. ऐसे लोगों को नरक में जानवरों के बीच छोड़ दिया जाता है और जानवर उन्हें चीर कर खा जाते हैं.
  • गरुड़ पुराण के मुताबिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले या उन्हें धोखा देने वाले मनुष्य को जानवर की श्रेणी में रखा गया है. ऐसे मनुष्य को नरक में मल-मूत्र से भरे कुएं में डाल दिया जाता है.
  • निदोष जीवों की हत्या करना एक बड़ा पाप माना गया है और इसके लिए गरुड़ पुराण में एक कठोर सजा तय की गई है. ऐसे व्यक्ति को गरम तेल में डालकर तला जाता है.
  • जो लोग जानवरों को मारकर उनका मांस खाते हैं उनके लिए भी गरुड़ पुराण में कठोर सजा तय की गई है. ऐसे लोगों को नरक में जानवरों के बीच छोड़ दिया जाता है और जानवर उन्हें चीर कर खा जाते हैं.
  • गरुड़ पुराण के मुताबिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले या उन्हें धोखा देने वाले मनुष्य को जानवर की श्रेणी में रखा गया है. ऐसे मनुष्य को नरक में मल-मूत्र से भरे कुएं में डाल दिया जाता है.
  • निदोष जीवों की हत्या करना एक बड़ा पाप माना गया है और इसके लिए गरुड़ पुराण में एक कठोर सजा तय की गई है. ऐसे व्यक्ति को गरम तेल में डालकर तला जाता है.
  • जो लोग जानवरों को मारकर उनका मांस खाते हैं उनके लिए भी गरुड़ पुराण में कठोर सजा तय की गई है. ऐसे लोगों को नरक में जानवरों के बीच छोड़ दिया जाता है और जानवर उन्हें चीर कर खा जाते हैं.

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